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वे सनातन धर्म के सिद्धांतों का प्रचार, गौरी गोपाल भगवान की भक्ति को बढ़ावा देने और वंचितों की सेवा करने के लिए समर्पित हैं।
सनातन धर्म की ध्वजा को लेकर पूरे विश्व में लाखों-करोड़ों लोगों को गौरी गोपाल भगवान की भक्ति और अपनी अमृतमयी वाणी से सेवा, संस्कृति और संस्कारों से जोड़कर लोगों का जीवन बदलने वाले श्री कुणाल जी महाराज के आधिकारिक वेबसाइट में आपका स्वागत है। पूज्य श्री कुणाल जी महाराज, एक प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और मानवता के सेवाकारी हैं। उनके पिता का नाम स्वर्गीय श्री जय प्रकाश नारायण हैं और माता का नाम श्रीमती नगीना देवी हैं।
संस्कृत व धार्मिक सहयोग-समाज को नई दिशा देने धर्म को बढ़ावा देने हेतु आर्थिक सहयोग
आश्रम में प्रस्तावित गौशालाओं में गायों की रक्षा गोपालन किया जाता है
भुख व गरीब जनों को भोजन की व्यवस्था
गरीब कन्याओं को विवाह में आर्थिक सहयोग प्रदान करना
प्रति वर्ष ठंड के मौसम में गरीब और जरूरी मंद लोगों को हजारों की संख्या में कंबल वितरण किया जाता है।
आध्यात्मिक मानव विश्व कल्याण ट्रस्ट सनातन धर्म के प्रचार प्रसार हेतु प्रतिबद्ध एक पंजीकृत संस्था है। ट्रस्ट की स्थापना वर्ष 2016 में मुंबई में की गई। संस्था ने आध्यात्मिक और विश्व कल्याण समाज कल्याण हेतु अनेकों स्तर पर कार्य कर रहा है। यह संस्था समाज के आध्यात्मिक व्यक्तियों को आध्यात्मिक ज्ञान और विकास के लिए एक मंच प्रदान करती है।
यह संस्था विभिन्न प्रकार के आध्यात्मिक अभ्यास दर्शन सामाजिक सेवाओं को बढ़ावा देने वाली संस्था है जो व्यक्ति को आत्मज्ञान और आत्मा के साथ संबंध स्थापित करने में मददगार है। यह संस्था विशेष रूप से ध्यान योग और आध्यात्मिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करती है। यह संस्था सभी धर्म अब विचारों के लोगों के लिए एक खुला मनचाहे जो आध्यात्मिक मार्गदर्शन और विकास प्रदान करती है। आध्यात्मिक मानव पशु कल्याण संस्था समाज में रह रहे व्यक्तियों के जीवन में तनाव चिंता और अवसाद से बाहर निकलना और सन्मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित करती है। व्यक्ति के जीवन में झंझावड़ों से मुक्ति और जीवन में बेहतर संतुलन और शांति प्राप्ति के लिए सतत मार्ग प्रस्तुत करता है।
यह एक विश्व व्यापी आध्यात्मिक संस्था है जिसमें बाल शिक्षा सनातन ज्ञान वैदिक शिक्षा एवं वैदिक एंग्लो शिक्षा का भी प्रावधान है। इसके माध्यम से आध्यात्मिक और नैतिक ज्ञान के साथ-साथ शिक्षार्थी को जीवन के उद्देश्यों को समझने में मदद मिलती है। वैदिक शिक्षा में वेद उपनिषद और अन्य प्राचीन ग्रंथो का अध्ययन कराया जाता है।
01 अप्रैल 2025 – एक दिवसीय कार्यक्रम – कौलापुर, भदोही
02 अप्रैल 2025 से 04 अप्रैल 2025 तक – साप्ताहिक भागवत कथा – ठाणे, मुंबई
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